दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा ये चर्चा पिछले की दिनों से डॉ०श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय विचार मंच,नई दिल्ली ने अनुशंसा की।दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से भाजपा की उम्मीदवार रेखा गुप्ता की जीत ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की दौड़ में एक मजबूत दावेदार बना दिया और मुख्यमंत्री बनी है।उनका राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से शुरू हुआ,जहां वे दिल्ली विश्वविद्यालय की सचिव रह चुकी हैं,इसके अलावा रेखा गुप्ता जिंदल का जुड़ाव शहरी और ग्रामीण दोनों ही समाजों से रहा है,क्योंकि उनका परिवार जुलाना (हरियाणा) में व्यापार करता है,जबकि उनका राजनीतिक और शैक्षिक विकास दिल्ली में हुआ।पिताजी के नौकरी के कारण दिल्ली शिफ्ट हुआ परिवार रेखा गुप्ता के पिताजी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी की थी और इसी कारण उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया था।उनके दादा मनीराम जिंदल गांव में रहते थे और उनके परिवार ने व्यापार से जुड़ी कई पारंपरिक जिम्मेदारियाँ निभाई हैं।वे अभी भी समय-समय पर अपने गांव जाती हैं और अपने परिवार से जुड़ी हुई हैं।वैश्य समुदाय अग्रवाल समाज से आती हैं रेखा गुप्ता।रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से आती हैं,जो दिल्ली में अछि खासी संख्या में है।वैश्य समुदाय को भाजपा का कोर वोटर माना जाता है।उनके राजनीतिक अनुभव और लोकप्रियता को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे थे कि यदि दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री का चुनाव होता है,तो रेखा गुप्ता की दावेदारी काफी मजबूत हो सकती है।फिलहाल देश में बीजेपी की कोई भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है।


